18-10-2018

18-10-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – निश्चय करो कि हम आत्मा हैं, यह हमारा शरीर है, इसमें साक्षात्कार की कोई बात नहीं, आत्मा का साक्षात्कार भी हो तो समझ नहीं सकेंगे” प्रश्नः- बाप की किस श्रीमत पर चलने से गर्भजेल की सजाओं से छूट सकते हैं? उत्तर:- बाप की श्रीमत है – … Continue reading 18-10-2018